ग्रह तत्व सूचक


सूर्य आत्मा तत्त्व है। यह उच्च आत्मा का सूचक है। इसे दुनिया के लाभ अलाभ से कोई सम्बन्ध नहीं है ।

चन्द्र यह मन है । इसका बलिष्ठ होना समृध्ध मन का सूचक है । इसे दुन्वायी बातो सुख दुःख से सम्बन्ध है ।

बुध पृथ्वी तत्त्व है। इसीमे रूप रस शब्द स्पर्श गंध गुणों से सम्बन्ध है । स्थान का सूचक है । दुन्वाई बातो का सूचक है । इसमें भूमि तत्त्व विशेष है।

शुक्र यह जल तत्त्व है । इसी में रसदी गुण है । किन्तु भूमि तत्त्व नहीं है । रसिकता का सूचक है ।

मंगल अग्नि तत्त्व है । इसमें भूमि एवं जल तत्त्व नहीं है। तेज-देखाव व्यक्तिगत इम्प्रेसन प्रथम दर्शन रूप इसका गुण है ।

शनि इसमें भूमि-गंध-रूप गुण नहीं है किन्तु स्पर्शादी गुण है इसका भावुक श्पर्श विशिष्ट है । वायु तत्त्व है ।

गुरु यह आकाश तत्व है । इसका मधुर भाषी गुण बातो से जित लेने की कला कमाल है । इसीमे रूप-गंध-स्पर्श-रस नहीं है ।


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