ज्योतिष aadhyatma

भाग्यवादमे नम्रता है।
प्रयत्न वादमे पराक्रम है ।
नम्रतायुक्त पराक्रम आत्मप्रकाश का द्योतक है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आयुर्वेद ज्योतिष

जीवन का मूल्य क्या है?