आपका माल इन लोगो को काम का ना भी हो !!
आजकल कई लोगो के यह पीड़ा है की मेरी यह बात लोग समजते नहीं है !!!तो इसीका जवाब यह है शायद आपका माल इन लोगो को काम का ना भी हो !! जैसे कोई पंडित मुर्खके पास कितनी भी शोध की बात करे उसका कोई अर्थ नहीं है !! इसीलिए मैंने संत ज्ञानेश्वर भेइसा को वेद पढ़ाने की बात याद रखली है !! आपका किया किसके काम का है यह तो विवेक की बात है !! इसीलिए विवेकहीन पंडित भी मुर्ख साबित होता है !! मिथ्या वाद विवाद करने वाले ज्यादातर करके आपका मजा ही लेते है !! इसीलिए हमेशा एरिया ध्यान में रख के चले !! सुना है लक्ष्मी और सरस्वती का फोटो साथ ही होता है । किसीने बेकार ही पंडितो को डराया दिया है !! विवेकहीन की बात अलग है !!! यहाँ सरस्वती का मान नहीं रहता है !! यह लक्ष्मी जी को पसंद नहीं है !!!
मुर्ख को समजाने के लिए कभी कभी ज्यादा समय लगता है !! और यह सीधी सी बात है !! लेकिन ये मुझे समजे ही !! मै उसे समजा के छोडूंगा !! यह जिद्द ममत आपको भरी पड सकता है !! क्यों की जिद्द और ममत दोनों विवेक नहीं है !!
मैंने सुना था --अविद्या याने अविवेक !!
मुर्ख को समजाने के लिए कभी कभी ज्यादा समय लगता है !! और यह सीधी सी बात है !! लेकिन ये मुझे समजे ही !! मै उसे समजा के छोडूंगा !! यह जिद्द ममत आपको भरी पड सकता है !! क्यों की जिद्द और ममत दोनों विवेक नहीं है !!
मैंने सुना था --अविद्या याने अविवेक !!
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